लखनऊ -यूपी में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा भर्ती हुए नवचयनितों को आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र दिए। सीएम योगी ने यूपी की राजधानी लखनऊ में रविवार को लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। व्यवसायिक शिक्षा से विभिन्न व्यवसायों के चयनित 1510 अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई गई परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ था। इन्हीं चयनितों को पत्र वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि 400 साल पहले की बात करें तो यूपी देश का सबसे समृद्ध राज्य था। लेकिन, व्यापक रूप से लूटपाट, शोषण और अराजकता थी।
विदेशी आक्रांताओं ने हमले किए। अंग्रेजों ने भी लूटपाट की। इसके बावजूद, जब 1947 में देश को आजादी मिली, तो उत्तर प्रदेश भारत की अर्थव्यवस्था में नंबर एक था। 1960 के बाद गिरावट शुरू हुई। 2016 तक प्रदेश का योगदान घटकर सिर्फ 8 फीसदी रह गया। जब नीतियां स्वार्थ, वोट बैंक की चिंता और पारिवारिक हितों की रक्षा को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं, तो वे बर्बादी की ओर ले जाती हैं। जैसा कि उन लोगों ने उत्तर प्रदेश को पहुंचाया।
रोजगार दिलाने का संकल्प
सीएम योगी ने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश के सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें तो प्रदेश में रोजगार के असीम अवसर पैदा हो सकते हैं। युवाओं को कौशल और रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है और इसी के तहत पिछले आठ वर्षों में देशभर में 8.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं। उत्तर प्रदेश में भी आयोगों और बोर्डों के माध्यम से पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी युवा के साथ किसी भी स्तर पर भेदभाव न हो।
सीएम योगी के साथ कार्यक्रम में व्यवसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल, कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव हरिओम सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
